- हल्की बारिश के साथ मानसून की एंट्री, एक-दाे दिन बाद बरसेगा
" alt="" aria-hidden="true" />अगले 48 घंटों में मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, मप्र, उप्र, उत्तराखंड के कुछ हिस्साें से आगे बढ़ने की संभावना
- लगातार दूसरे साल मानसून मध्य प्रदेश में तय समय 13 जून यानी 12 दिन की देरी से पहुंचा
भाेपाल.साेमवार काे मानसून नेदस्तक दे दी। लगातार दूसरे साल यह प्रदेश में तय समय 13 जून यानी 12 दिन की देरी से पहुंचा है। प्रदेश में मानसून की एंट्री बंगाल की खाड़ी ब्रांच के जरिए मंडला, डिंडाेरी, सिवनी, बालाघाट, छिंदवाड़ा, खंडवा और बुरहानपुर की ओर से हुई। मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि मानसून एक-दाे दिन बाद भाेपाल-इंदाैर पहुंच सकता है।
पिछले साल भी प्रदेश में मानसून 24 जून काे ही पहुंचा था। वरिष्ठ माैसम वैज्ञानिक एके शुक्ला ने बताया कि मानसून की नार्दर्न लिमिट महाराष्ट्र के मालेगांव, मप्र के खंडवा और मंडला, सुल्तानपुर, लखीमपुर खीरी, मुक्तेश्वर से होकर गुजर रही है। अगले 48 घंटों में इसके मध्य महाराष्ट्र, छत्तीसगढ़, गुजरात, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश उत्तराखंड के कुछ हिस्साें से आगे बढ़ने की संभावना है।
अगले एक सप्ताह में ऐसे रहेंगे मौसम के हाल
- मंगलवार और बुधवार को उज्जैन, भाेपाल, शाजापुर, हाेशंगाबाद, जबलपुर, खरगाेन में बारिश के अासार।
- 27 जून काे छिंदवाड़ा, जबलपुर, मंडला, उमरिया में तेज बारिश। इसके बाद तीव्रता कम हाेगी
- बारिश का दूसरा दाैर 2 से 4 जुलाई तक आ सकता है। प्रदेश के दक्षिणी हिस्से में तेज बारिश का अनुमान।
इंदाैर में 1 घंटे में 1 इंच बारिश शाम 7:30 बजे से 8:30 तक एक घंटे में एक इंच बारिश हुई। कई जगह सड़कों पर पानी भर गया और बत्ती गुल हो गई।
इस बार दाे खामियां और दाे खूबियां
खामियां
- 1 यह मानसून नीरस है, क्याेंकि मप्र में जिन इलाकाें से इसकी एंट्री हुई, वहां हल्की बारिश हुई।
- 2 मानसून की अरब सागर ब्रांच कमजाेर है। इस वजह से नमी कम है अाैर भारी बारिश नहीं हुई।
खूबियां
- 1 बंगाल की खाड़ी ब्रांच ज्यादा सक्रिय रही, इसने ही मानसून को अरब सागर के नजदीक पहुंचाया।
- 2 पिछले चार दिन में इसी ब्रांच ने मप्र, प. बंगाल, बिहार, झारखंड, छग काे कवर किया।