क्या इफको भी नकली खाद भेजता है

 








इफ्को का खाद मिला नकली, गोदाम का लाइसेंस निरस्त




 




पीसीएफ गोदाम से इफ्को के नकली खाद मिलने से किसानों और अफसरों में हड़कंप मच गया है। किसानों को यह भी नहीं पता कि उन्हें नकली खाद कब से दी जा रही है। कृषि विभाग की रिपोर्ट में खाद के सभी आठ सैंपल फेल होने के बाद किसान खुद को छला हुआ महसूस कर रहे हैं।


वहीं, आनन-फानन में प्रशासन ने गोदाम का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। हालांकि, मामले में इफ्को के अफसरों ने री-सैंपलिंग की अपील की है। बुलंदशहर रोड स्थित पीसीएफ के बफर गोदाम से जिले की किसान सहकारी समितियों पर इफ्को की यूरिया और डीएपी खाद की सप्लाई की जाती है।




बीते दिनों कृषि विभाग के अधिकारियों ने इस गोदाम से डीएपी के आठ सैंपल लिए थे, जिनकी रिपोर्ट मिलते ही विभाग समेत इफ्को के अफसरों में भी हड़कंप मच गया। जांच रिपोर्ट में गोदाम से भरे गए सभी आठों सैंपल फेल पाए गए।

आनन-फानन में जिला कृषि अधिकारी शिवकुमार ने गोदाम का लाइसेंस निरस्त कर दिया है। हालांकि, इफ्को के अफसरों ने री-सैंपलिंग की अपील की है। इसके चलते गोदाम पर सीलिंग कार्रवाई नहीं की गई है।

जिला कृषि अधिकारी शिवकुमार सिंह ने बताया कि इफ्को के पीसीएफ बफर गोदाम से भरे गए डीएपी के सभी सैंपल जांच में फेल पाए गए हैं। गोदाम का लाइसेंस निरस्त कर दिया गया है। इफ्को की ओर से री-सैंपलिंग की अपील की गई है।

डीएम से करेंगे शिकायत, मिले मुआवजा
किसानों को घटिया/नकली डीएपी दिया जाना गंभीर मामला है। इफ्को के अधिकारियों के खिलाफ डीएम से शिकायत की जाएगी। कृषि अधिकारियों को इस गोदाम को सील करना चाहिए। साथ ही किसानों को इसका मुआवजा भी मिलना चाहिए। यदि मामले में जल्द ही कार्रवाई नहीं हुई तो आंदोलन किया जाएगा। - धनवीर शास्त्री, भाकियू जिलाध्यक्ष  

विधिवत सैंपल नहीं भरते अफसर
इफ्को का यूरिया या डीएपी कभी नकली या घटिया नहीं हो सकता। कृषि विभाग के अधिकारी विधिवत सैंपल नहीं भरते, जिससे जांच रिपोर्ट गलत आती है। कृषि विभाग अधिकारी देशभर में विख्यात संस्था को बदनाम करने का काम कर रहे हैं, जो निंदनीय है। - चौधरी शीशपाल सिंह, निदेशक इफ्को, उत्तर प्रदेश