नकली खाद बीज व्यापारियों के खिलाफ शुरू हुआ अभियान

  • इंदौर संभाग में अमानक खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियां बेचने वालों के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही
    संभाग में सात संस्थानों के विरूद्ध दर्ज कराई गई एफआईआर
    18 संस्थानों के लाइसेंस किये गये निरस्त
    इंदौर ।
     इंदौर संभाग में किसानों को बेहतर गुणवत्ता के खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों की उपलब्धता सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कार्यवाहियां की जा रही है। संभाग में जारी वित्तीय वर्ष में अभी तक खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों के 2 हजार 771 नमूने लेकर विश्लेषण  के लिए भेजे गये है। विश्लेषण उपरांत अमानक स्तर के खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियां पाई जाने पर 7 प्रतिष्ठानों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज की गई है। साथ ही 18 प्रतिष्ठानों के लाइसेंस भी निरस्त कर दिये गये है। 
     यह कार्यवाही संभागायुक्त श्री आकाश त्रिपाठी के निर्देश पर संबंधित विभागों द्वारा की गई है। संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने निर्देश दिये है कि संभाग के हर जिले में गुणवत्तापूर्ण तथा मानक स्तर के खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों का विक्रय हर हाल में सुनिश्चित किया जाये। संभाग में चलाये जा रहे जांच अभियान के अंतर्गत अमानक स्तर के खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों का विक्रय करने वालों के विरूद्ध सख्त कार्यवाही की जाये। खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों के नमूने लेने  के लिए अभियान को और अधिक प्रभावी बनाया जाये। अभियान निरंतर चलाने के निर्देश भी दिये गये है। संभागायुक्त श्री त्रिपाठी ने बताया कि इंदौर संभाग के जिलों में प्रभावी कार्यवाही की जा रही है। संभाग में इस वर्ष अभी तक खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों के 2 हजार 771 नमूने लेकर जांच के लिए भेजे गये है। इसमें से एक हजार 387 नमूनों के विश्लेषण की रिपोर्ट भी प्राप्त हो गई है,  इसमें से 62 नमूने अमानक पाये गये है। इसमें खाद के 52, बीज के 06 तथा कीटनाशक औषधियों के 06 नमूने शामिल हैं। अमानक खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों का विक्रय करने पर 7 प्रतिष्ठानों के विरूद्ध एफआईआर दर्ज कराई गई। इसमें से इंदौर तथा धार जिले में दो-दो और अलीराजपुर, खरगोन तथा झाबुआ जिले में एक-एक एफआईआर दर्ज हुई है। संभाग के 18 प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निरस्त किये गये, 39 प्रतिष्ठानों के लाइसेंस निलंबित किये गये, 68 खाद-बीज तथा कीटनाशक औषधियों का विक्रय प्रतिबंधित किया गया। संभाग में 72 प्रतिष्ठानों को सूचना पत्र दिये गये। संभाग में जांच और कार्यवाही का अभियान निरंतर जारी है।