गरीबों की जमीन पर सरकार लगाएगी चंदन, सेब के बगीचे
हिमाचल में गरीब परिवारों की आर्थिकी को बढ़ाने के लिए उनकी खाली जमीन पर प्रदेश सरकार चंदन और सेब के बगीचे लगवाएगी। इन पौधों को मनरेगा के तहत कामगार रोपेंगे। सरकार इसके लिए इन परिवारों से कोई पैसा नहीं लेगी।
प्रदेश सरकार के पंचायती राज विभाग गरीबों का जीवन संवारने के लिए उन्हें स्वरोजगार खासकर खेती एवं बागवानी से जोड़ रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के लिए बाहरी राज्यों में भटकना नहीं पड़ेगा।
इसके अलावा गरीब युवाओं को मुर्गी पालन, गाय और बकरियां पालने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे युवा घर बैठे ही सालाना लाखों कमा सकते हैं। पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि पहले चरण में एक लाख गरीब लोगों को इस योजना में शामिल किया जा रहा है।
इसके बाद अगले साल एक लाख अन्य परिवारों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। गरीब परिवार को मजदूरों के साथ बगीचा लगाने में काम करना होगा। पूरा खर्चा सरकार उठाएगी।
हिमाचल में करीब 2.82 लाख बीपीएल- आईआरडीपी परिवार हैं। इनमें से एक लाख परिवारों को चिह्नित कर उन्हें गरीबी रेखा से बाहर किया जाएगा। इस योजना की शुरुआत सरकार दो अक्तूबर को गांधी जयंती पर करेगी।
प्रदेश सरकार के पंचायती राज विभाग गरीबों का जीवन संवारने के लिए उन्हें स्वरोजगार खासकर खेती एवं बागवानी से जोड़ रहा है। इससे युवाओं को रोजगार के लिए बाहरी राज्यों में भटकना नहीं पड़ेगा।
इसके अलावा गरीब युवाओं को मुर्गी पालन, गाय और बकरियां पालने के लिए प्रेरित किया जाएगा। इससे युवा घर बैठे ही सालाना लाखों कमा सकते हैं। पंचायती राज मंत्री वीरेंद्र कंवर ने बताया कि पहले चरण में एक लाख गरीब लोगों को इस योजना में शामिल किया जा रहा है।
इसके बाद अगले साल एक लाख अन्य परिवारों को इस योजना से जोड़ा जाएगा। गरीब परिवार को मजदूरों के साथ बगीचा लगाने में काम करना होगा। पूरा खर्चा सरकार उठाएगी।