यह कैसा विकास .....एक मेट्रो पार्किंग स्टेशन के लिए मुंबई में काटे जा रहे हैं 2708 पेड़


 











मुंबई में पेड़ काटने का विरोध, 29 गिरफ्तार; आदित्य ठाकरे बोले- इसकी बजाय पीओके में आतंकी ठिकाने नष्ट करें










 





  • आरे काॅलाेनी में मेट्राे कार शेड के लिए करीब 2700 पेड़ों को काटा जाना है, बीएमसी ने 29 अगस्त काे इसकी इजाजत दी थी

  • इसके विरोध में एनजीओ ने कोर्ट में याचिका दायर कर काॅलाेनी काे वन एवं संवेदनशील क्षेत्र घाेषित करने की मांग उठाई थी

  • बॉम्बे हाईकोर्ट ने शुक्रवार को ही आरे काॅलाेनी से जुड़ी एनजीओ और पर्यावरण कार्यकर्ताओं की चार याचिकाएं खारिज कीं

  • मेट्रो-रेल प्रोजेक्ट साइट पर धारा 144 लागू, शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को भी हिरासत में लिया गया


मुंबई. गाेरेगांव स्थित आरे काॅलाेनी में मेट्राे कार शेड के लिए करीब 2700 पेड़ काटने का काम शुक्रवार देर रात शुरू हो गया। पर्यावरण कार्यकर्ताओं के साथ आमजन भी इसका विरोध कर रहे हैं। शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने कहा कि मेट्रो रेल प्रोजेक्ट के अधिकारियों को पीओके भेजा जाना चाहिए ताकि वे पेड़ काटने के बजाएवहां आतंकी ठिकानों को नष्ट कर सकें।


इससे पहलेबाॅम्बे हाईकाेर्ट ने शुक्रवार काे पेड़ काटने संबंधी बीएमसी की ट्री अथाॅरिटी का फैसला खारिज करने से इनकार कर दिया था।


बॉम्बे हाईकोर्ट ने याचिकाएंखारिज कीं


हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रदीप नंदराजाेग और जस्टिस भारती डांगरे की बेंच ने आरे काॅलाेनी से जुड़ी एनजीओऔर पर्यावरण कार्यकर्ताओंकी चार याचिकाएं खारिज कीं। बॉम्बे हाईकोर्ट ने आरे काॅलाेनी काे वन घाेषित करने से इनकार कर दिया। यह याचिकाएंआरे काॅलाेनी में मेट्राे कार शेड के लिए करीब 2700 पेड़ों कोकाटे जानेकेविराेध में दाखिल की गई थीं।


विरोध प्रदर्शन के बाद धारा 144 लागू


मुंबई पुलिस पीआरओ ने शनिवार कोबताया कि मेट्रो-रेल प्रोजेक्ट साइट पर धारा 144 लागू कर दी गई है।इस इलाके में विरोध प्रदर्शन दर्ज करवाने के लिए लोग भारी संख्या में इकट्ठा हो रहे थे।मामले में शिवसेना नेता प्रियंका चतुर्वेदी को भी हिरासत में लिया गया है। वे वेस्टर्न एक्सप्रेस-वे पर सरकार के फैसले को लेकर विरोध प्रदर्शन कर रही थीं। अब तक 100 से ज्यादा लोग हिरासत में लिए जा चुके हैं। आरे जंगल के बाहर कई इलाकों में बैरिकेड लगाकर पुलिस आने-जाने वालों को रोक रही है।


यह बेहद शर्मनाक है: आदित्य


शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे ने इस कदम को लेकर ट्विटर पर नाराजगी जाहिर की। उन्होंने लिखा, ''जिस तत्परता से मुंबई मेट्रो के अधिकारी आरे कॉलोनी के इकोसिस्टम को काटने में जुटे हैं, यह बेहद शर्मनाक है। इन अधिकारियों को तो पीओके में तैनात किया जाना चाहिए। इनसे कहा जाना चाहिए कि पेड़ काटने के बजाए आतंकियों के ठिकानों को ध्वस्त करो।''


ठाकरे ने कहा, ''कई पर्यावरणविद और शिवसैनिक इसे रोकने की कोशिश कर रहे हैं। पुलिस की मौजूदगी भी बढ़ाई जा रही है। वनक्षेत्र को काटा जा रहा है। मुंबई मेट्रो हर उस बात को खत्म कर रही है जो भारत ने यूएन में कही थी।''



नियमानुसार पेड़ों को 15 दिन नहीं काटा जा सकता: प्रदर्शनकारी


रिपोर्ट के मुताबिक,म्यूनिसिपल कॉर्पोरेशन के नियमानुसार कोर्ट ऑर्डर आने के 15 दिनों तक पेड़ों को नहीं काटा जा सकता। यह आदेश कॉर्पोरेशन की वेबसाइट पर लगा हुआ है।एक प्रदर्शनकारी ने न्यूज एजेंसी से कहा- आखिर इतनी भी जल्दी क्या है। वे लोग आधी रात में पेड़ काट रहे हैं।


पेड़ों को काटा जाना दुखद है: प्रदर्शनकारी
अन्य प्रदर्शनकारी ने कहा- यह बेहद दुखद है कि जो पेड़ दूसरों को जीवन देते हैं, उन्हें काटा जा रहा है। यह हो रहा है। वह भी ऐसे समय, जब सरकार खुद लोगों से ज्यादा से ज्यादा पेड़ लगाने की अपील कर रही है। वही, एक वीडियो भी सामने आया जिसमें कांग्रेस नेता जिग्नेश मेवानी और शिवसेना नेता आदित्य ठाकरे मुंबई के लोगों से अपील करते दिखे कि अवैध कदम का विरोध करें।


बीएमसी ने 29 अगस्त काे पेड़ काटने की इजाजत दी


इससे पहले एनजीओवनशक्ति ने मांग की थी कि आरे काॅलाेनी काे वन एवं पारिस्थितिकी ताैर पर संवेदनशील क्षेत्र घाेषित किया जाए। एक अन्य याचिकाकर्ता जाेरू बाथीना ने इस इलाके काे बाढ़ क्षेत्र घाेषित करने की मांग की थी।बीएमसी ने 29 अगस्त काे मेट्राे कार शेड के लिए पेड़ काटने की इजाजत दी थी