लोगों की थाली से सब्जियां गायब महंगाई की मार से त्रस्त हैं लोग
सब्जियों के दाम सातवें आसमान पर, मंडियों में पसरा सन्नाटा

लोगों की थाली से सब्जियां गायब होने लगी है. महगांई की मार सब्जियों पर इस कदर पड़ी है कि मंडियों में सन्नाटा पसरा हुआ है. हर सब्जी लगभग 45 से 50 रुपए प्रति किलो के भाव में बिक रही है. देशभर में बढ़े प्याज के दामों का असर यहां भी पड़ा है और राज्य में प्याज 70 रुपए किलो के दाम बिक रहे हैं. इसी तरह लहसुन के दाम 200 रुपये किलो हो गए हैं. दिवाली के बाद से लगातार बढ़ रहे सब्जियों के दाम से आम आदमी के घर का बजट पूरी तरह डगमगा गया है. यही कारण है कि मंडियों में शाम के समय भी भीड़ नाम मात्र दिखाई दे रही है.

 

 सब्जियों के दाम

इस समय प्राप्त आंकड़ों के मुताबिक राज्य में मटर 70 से 80 रुपए/किलो के भाव में बिक रहा है. जबिक टमाटर 60 से 70 रुपए/किलो होने के कारण आम आदमी की पहुंच से बाहर हो गया है. इसी तरह भिंडी 75 से 100 रुपए/किलो के लगभग हो गया है. महगांई का असर पटल, बैंगन और सीम पर भी पड़ा है और ये सब्जियां 40 से 60 रुपए/किलो के दाम में बिक रही है. वहीं लहसुन के 200 रुपए/किलो होने के कारण लोगों को निराशा हुई है.

क्यों बढ़े हैं दाम

दामों के बढ़ने के कई कारण हैं. सब्जि विक्रेताओं की माने तो मौसम के खराब रहने की वजह से महंगाई बढ़ी है. किसानों के फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिस कारण मंडी में सब्जियों कम मात्रा में आई है. इसी तरह जमाखोरी भी एक बड़ा कारण है. बड़े-बड़े भंडार गृह में बड़े व्यापारियों द्वारा जमाखोरी का काम खुले आम चल रहा है, जिस कारण सब्जियों के दाम बढ़े हैं.

इस हफ्ते तक नहीं होंगे दाम कम

मंडी विशेषज्ञों की माने तो इस हफ्ते तक सब्जियों के दाम में कमी आने के संकेत कम ही है. हालांकि अगले हफ्ते में कुछ कमी आने का अंदेशा है.