राजस्थान शिक्षा विभाग का नया प्रयोग स्कूलों में बनाएंगे किचन गार्डन

  • राजस्थान के सरकारी स्कूलों में बनेंगे किचन गार्डन


 

जयपुर। राजस्थान के सरकारी स्कूलों में बच्चों को मिड डे मील में जल्द ही अपने ही स्कूल में उगाई गई ताजी सब्जियां खाने को मिलेंगी। राजस्थान के मिड डे मील आयुक्त ने स्कूल प्राचार्यो को स्कूलों में किचन गार्डन बनाने के निर्देश दिए है। यह निर्देश आठवीं तक के स्कूलों के लिए ही है, क्योंकि मिडडे मील आठवीं तक के बच्चों को ही दिया जाता है।राजस्थान के 66 हजार 493 सरकारी स्कूलों में बच्चों को पका हुआ मिड डे मील दिया जाता है। ज्यादातर स्कूलों में मिड डे मील स्कूल में ही पकाया जाता है, वहीं कुछ जिलों में अक्षयपात्र जैसी संस्थाएं मिड डे मील तैयार कर स्कूलों तक पहुंचाती है। हाल में केन्द्र सरकार ने राज्यों को इस बारे में निर्देश भेजे थे कि बच्चों को ताजी फल व सब्जियां उपलब्ध कराई जाएं और इसके लिए जहां सम्भव हो वहां स्कूलों में किचन गार्डन विकसित किए जाएं। इसी के आधार पर मिड डे मील आयुक्तालय की ओर से यह निर्देश जारी किए गए है। केन्द्र सरकार की ओर से आए पत्र में कहा गया था कि स्कूलों में किचन गार्डन विकसित कर बच्चों को न सिर्फ ताजी फल सब्जियां दी जा सकती है, बल्कि उनमें पर्यावरण और खेती के प्रति लगाव भी पैदा किया जा सकता है। सरकार यह चाहती है कि इसके जरिए बच्चों को अच्छा पोषण मिले और उन्हें जंकफूड और फास्टफूड से बचाया जा सके। इसके साथ ही उनमें श्रम की भावना भी पैदा हो। जारी निर्देशों में कहा गया है कि जिन स्कूलों में पर्याप्त स्थान है, वहां किचन गार्डन बडे पैमाने पर विकसित किए जाएं और जहां जगह कम है, वहां गमलो और अन्य उपलब्ध स्थान पर किचन गार्डन लगाए जाएं। इसके साथ ही इनमें जैविक खाद के ही उपयोग के निर्देश भी दिए गए है।